गरीबदासीय भेख का सर्वोच्च धाम परम् धाम श्री छुड़ानी धाम प्राचीन काल से ही बड़ा पवित्र स्थल रहा है। यहाँ सत्पुरुष सतगुरु कबीर साहिब जी महाराज ने श्री श्री १००८ आचार्य गरीब दास जी महाराज के रूप में जन कल्याण के लिए अवतार लिया, जीवों के कल्याण के लिए पावन-पवित्र कल्याणकारी अमृतमई वाणी की रचना की | आचार्य गरीब दास साहिब जी ने ६१ वर्ष तक यहाँ रह कर जीवों का कल्याण किया और इसके बाद वि.सं.१८३५ भाद्रपद शुक्ल द्वितीय को आपने अपना तेजपुंज का शरीर त्याग कर यह लोक छोड़ कर अपने निज लोक सतलोक को वापिस चले गए। जिसके फलस्वरूप श्री छुड़ानी धाम विश्व पूज्नीय बन गया।