Monday, October 30, 2017

मूल मंत्र ग्रन्थ

मूल मंत्र अर्थात् सार तत्व को अनुभव करने का मंत्र रूपी वाणी प्रारम्भ होती है।

निरंजन निरंजन निराकार भज रेताता न सीरा राता न पीरा।
धरौ ध्यान धीरारह्मा आप थिर रे ।।1।।
यह सत्गुरू गरीब दास साहिब जी की वाणी है। निरंजन जो इन आँखों से
देखने में नहीं आतामाया से रहितआकार से रहित, शुद्ध ब्रह्म है। हे जीव! तू
उसका ध्यान कर। वह पारब्रह्म न गर्म है न ठण्डा हैन लाल है न पीला है 

Sunday, October 29, 2017

108 श्री अखण्ड पाठ @ आलमगीर

बंदीछोड़ गरीबदास साहिब जी का 300वां अवतार दिवस गत 5 मई 2017 से सर्वोच्च गरीबदासीय पीठ श्री छतरी साहिब श्री छुड़ानी धाम से शुरू हुआ जो की 1 साल तक देश-विदेशों मे बड़ी धूम धाम के साथ मनाया जायेगा. इसी लड़ी मे बीते दिनों पंजाब प्रान्त के जिला लुधियाना मे आलमगीर कुटिया मे सतगुरु जी की वाणी के 108 श्री अखंड पाठों की पूर्णाहुति हुई.

श्रीमहंत दयासागर जी

वर्तमान आचार्य गुरुगद्दी नसीन श्रीमहंत दयासागर जी का जन्म २२ नवम्बर १९६१ को कार्तिक पूर्णिमा के दिन मुहूर्त में परमपूज्य ब्रह्मलीन श्रीमहंत गंगासागर जी एवं वर्तमान परमपूज्य माताश्री ओमवती जी के यँहा पुत्र रूप में दयासागर जी का जन्म हुआ |

Friday, October 27, 2017

सतगुरु महिमा

संसार में एक प्रभु ही सत्य है जो तीनों कालों भूतवर्तमान, भविष्य में
सत्य है और मौजूद है। वही सबका मालिक है। ऐसे सच्चे मालिक के भेद को पूर्ण
रूप से जानने वाले को वाणी में सतगुरु कहा गया है। बन्दीछोड़ गरीब दास महाराज
जी "सतगुरु" नाम की व्याख्या करते हुए वाणी उच्चारण करते हैं:-

Thursday, October 26, 2017

शोभा यात्रा @ पंजाब

बंदीछोड़ गरीबदास साहिब जी का 300वां अवतार दिवस के उपलक्ष्य में भव्य विशाल शोभा यात्रा का आयोजन पंजाब में कोठी स्वामी दयालु दास छुड़ानी धाम के अध्यक्ष पुजारी जी स्वामी ब्रह्मस्वरूप जी की अध्यक्षता में 1 अक्तूबर 2017 को चांदनी खुर्द, पंजाब में धूम धाम से सम्पन्न हुई.









Friday, October 20, 2017

श्री अखंड पाठ @ नजफगढ़ नई दिल्ली

सतगुरु गरीबदास साहिब साहिब जी के 300 के अवतार दिवस के उपलक्ष्य में देश की राजधानी नई दिल्ली के श्रीराम मंदिर, नजफगढ़ में सतगुरु जी की वाणी का श्री अखण्ड पाठ 13-14-15 अक्तूबर को संत गरीबदास फाउंडेशन की ओर से करवाया गया. पंथमाताश्री ओमवती जी समागम की पूर्णाहुति पर पहुंची व आई हुई संगत को आशीर्वाद दिया. यह समागम श्री कमल सागर व आनन्द सागर जी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ,