बन्दीछोड़ गरीब दास साहिब जी अपनी वाणी में फरमाते है कि:
गरीब, आजिज मेरे आसरे, मैं आजीज के पास ।
गैल गैल लाग्या फिरुँ, जब लग धरनि आकाश ।।
परमात्मा सदैव अपने भक्तो की रक्षा करता है । हमे सदैव ही परमात्मा की भक्ति में लीन रहना चहिये, तभी मनुष्य का उद्धार हो सकता है । जीव को हमेशा परमात्मा के नाम का सुमरीन करते रहना चहिये |