Sunday, January 7, 2018

संत समागम बहादुरगढ़ @ 7 जनवरी

हरि की धरा हरियाणा प्रान्त के बहादुरगढ़ शहर में गरीबदासीय 300 साला अवतार महोत्सव के उपलक्ष्य में एकदिवसीय संत समागम का आयोजन आज 7 जनवरी को संत गरीब दास फाउंडेशन की ओर से किया गया।
इस सन्त समागम का आयोजन ब्रह्मलीन श्रीमहंत गंगासागर जी के 85वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य में किया गया।


हमारी गरीबदासीय सम्प्रदाय की पंथमाताश्री ओमवती जी इस समागम में मुख्य रूप से पहुँची और आई हुई संगत को आशीर्वाद दिया
इस समागम का आयोजन श्री कमल सागर व आनंद सागर की अध्यक्षता में बहादुरगढ़ शहर के रेलवे रोड पर अग्रवाल धर्मशाला में हुआ।
 इस अवसर पर अनेकों ही संत महापुरुष पधारे व आई हुई संगत पर अपने अमृतमयी वचनों की वर्षा की। जिनमें व्योवृद्ध संत स्वामी बनवारी दास जी, हिसार से स्वामी सुनील दास जी, स्वामी सतीशानन्द जी,निगम दास ज़ी, समुन्द्र दास ज़ी स्वामी कर्मदास जी व जसवंत महाराज ज़ी , जगदीश महाराज ज़ी , कमल दास ज़ी, जय सिंह ज़ी,  नाहने दास ज़ी हिसार से विशेष सत्संग मण्डली पधारी।

संतो ने सतगुरु जी की वाणी पर प्रकाश डालते हुए सत्संग में फ़रमाया कि सतगुरु जी अपनी वाणी में कहते है कि
पशू तूं पतंगम, भुवंगम विसासी, दई देह नर रे।
रटो राम रमता, रखो शील समता, करें तोहे अजर रे ।।
हे प्राणी! तू चैरासी लाख के चक्कर में कभी पशु कभी कीट पतंगा, कभी साप आदि योनियों में भटकता रहा है। प्रभु ने कृपा करके तुझे अब नर-देह दी है। इसलिए अब तू शील स्वभाव और समान दृष्टि रखते हुए अर्थात् इस संसार में सबके साथ प्रेम भाव रखते हुए सब में रमे हुए राम का नाम जप।जिससे तू चैरासी लाख योनियों में जन्म मरण के चक्कर से छूट जाए।
फाउँडेशन के अध्यक्ष आनंद सागर ने फाउँडेशन के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा की संत गरीब दास फाऊँडेशन हमेशा ही समाज में फैली कुरीतियो को दूर करने व आखरी पँक्ति में खड़े व्यक्ति की मदद करने में हमेशा तत्पर रहता है।
बहादुरगढ़ शहर के विधायक श्री नरेश कौशिक जी ने भी सतगुरु जी के दरबार मे पहुँच कर अपनी लगाई जिनके साथ बहादुरगढ़ मार्किट कमेटी के वाईस चेयरमैन पंकज गर्ग व दिनेश शेखावत भी पहुँचे।

संत समागम के दौरान संत ग़रीब दास धर्मार्थ नेत्र चिकित्सालय,माछरोली (झज्जर) द्वारा लगाए गए नि:शुल्क नेत्र जाँच शिविर का उद्धाटन पार्षद अशोक गुप्ता जी ने किया.
पाठी पंडित प्रेम सिंह गरीबदासीय ई-ग्रंथालय की ओर से विकास धनखड़ की एक विशेष रिपोर्ट।

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