Monday, July 28, 2025

अथ शब्द रमैणी

बंदीछोड़ गरीब दास साहिब जी की वाणी जीवों को आध्यात्मिक ज्ञान, नैतिक मूल्यों और सामाजिक सद्भाव का सन्देश देती हैं है। सद्गुरु जी की वाणी अज्ञान के अंधकार से निकालकर सत्य के प्रकाश की ओर ले जाती है, जिससे जीवों का वास्तविक कल्याण संभव होता है। सद्गुरु बंदीछोड़ गरीब दास साहिब जी ने अपनी वाणी में अनेकों छंद, रमैनी और राग फरमाए हैं। सद्गुरु बंदीछोड़ गरीब दास साहिब जी "अथ शब्द रमैणी" के अंतर्गत माया, सांसारिक बंधनों और अज्ञानता को त्यागकर आत्मज्ञान प्राप्त करने का मार्ग दिखाते हैं। सद्गुरु जी की यह वाणी आत्मा की मुक्ति और ब्रह्मज्ञान की ओर इशारा करती है।

Sunday, July 13, 2025

एक तत्व, नौ तत्व और चौबीस तत्व कौनसे हैं ?

       सत्यपुरुष सद्गुरु बंदीछोड़ गरीब दास साहेब जी की वाणी हमें जीवन के गहरे रहस्यों को समझने और आत्मज्ञान की ओर अग्रसर होने का मार्ग दिखाती है। सद्गुरु जी की वाणी की यह साखी आध्यात्मिक सत्य को उजागर करता है:

गरीब, एक तत के नौ बने, नौ तत के चौबीस।

         चौबीसो का एक है, सुमर शोध जगदीश।।

आइए, सद्गुरु जी की इस दिव्य वाणी में छिपे 'एक तत्व, नौ तत्व और चौबीस तत्व' के मर्म को विस्तार से समझते हैं।

Sunday, June 8, 2025

🌹 चरखा अजब रंगीला वो, फिरता गरन गरन गलतान 🌹

सत्यपुरुष सतगुरु बंदीछोड़ कबीर साहिब जी के पूर्ण अवतार, बंदीछोड़ गरीबदास साहिब जी की कल्याणकारी अमृतमयी वाणी की प्रत्येक साखी और प्रत्येक पद मनुष्यों को इस भवसागर रूपी संसार से पार उतारने के लिए है।

Friday, March 14, 2025

महिमा परम धाम (श्री छुड़ानी धाम) की

                                             श्री छुड़ानी धाम प्राचीन काल से ही बड़ा पवित्र स्थल रहा है। यहाँ सत्यपुरुष सद्गुरु कबीर साहिब जी ने बंदीछोड़ गरीब दास साहिब जी के रूप में जन कल्याण के लिए अवतार लिया। बंदीछोड़ गरीब दास साहिब जी ने जीवों के कल्याण के लिए पावन-पवित्र कल्याणकारी अमृतमई वाणी की। बंदीछोड़ गरीब दास साहिब जी ने ६१ वर्ष तक यहाँ रह कर जीवों का कल्याण किया और इसके बाद वि.सं.१८३५ भाद्रपद शुक्ल द्वितीय को आपने अपना तेजपुंज का शरीर त्याग कर यह लोक छोड़ कर अपने निज लोक सतलोक को वापिस चले गए |

गुरु ज्ञान अमान अडोल अबोल है,सतगुरु शब्द सेरी पिछानी।
दासगरीब कबीर सतगुरु मिले,आन अस्थान रोप्या छुड़ानी।।

Wednesday, October 2, 2024

सद्गुरु भूरीवालों की कृपा से कटी हुई जीभ ठीक हुई

 एक बार रामगोपाल नाम का एक व्यक्ति था । जिसके लडके का नाम सोमनाथ था । एक दिन वह बच्चा अपनी हमउम्र के बच्चों के साथ खेल रहा था । तभी किसी बच्चे ने उसके पीछे से धक्का दे दिया और वह मुंह के बल गिर गया । गिरने से उसकी जीभ में दांत गढ़ गए, उसकी जीभ का एक तरफ का साथ रहा बाकी सारा कट गया । जीभ लटकने लग गई, खून से उसके कपड़े भीग गए । ऐसी हालत हो गई कि वह कुछ खा भी नहीं सकता था और ना ही कुछ बोल सकता था।


Saturday, September 14, 2024

आनन्द कारज (विवाह) की विधि

अनंता-अनन्त अखिल ब्रह्मंड नायक ज्योत बन्दीछोड़ गरीब दास साहिब जी ने श्री छुड़ानी धाम जिला झज्जर तहसील बहादुरगढ़ हरियाणा में सन १७१७ में अवतार लिया | बन्दीछोड़ गरीब दास साहिब जी ने जिव-कल्याण के लिए पावन-पवित्र कल्याणकारी अमृतमई वाणीश्री ग्रन्थ साहिबकी रचना की| जिसका लाभ उठा कर हजारों-लाखों भक्त इस भवसागर से पार उतर रहे हैं | बन्दीछोड़ गरीब दास साहिब जी की वाणी में कर्म भक्ति ज्ञान का समावेश हैं | बन्दीछोड़ गरीब दास साहिब जी ने अपने अनुभवी सत्य ज्ञान के साथ-साथ पुराण शास्त्र, गीता, रामायण, महाभारत, भागवत, उपनिषद एवम संत-वाणी के लम्बे कथनों को भी सरल और संषिप्त रूप में प्रस्तुत किया हैं

Sunday, June 16, 2024

कुबेर भण्डारी धन धन स्वामी विद्यानंद जी महाराज

 हमारी भारतीय संस्कृति व सनातन धर्म में समय-समय पर परमात्मा की अद्भुत लीलाओं की पावनता से नित्य अवतार के रूप में संत महापुरुषों का इस धरा धाम पर प्रदार्पण होता रहा है। अनंता अनंत अखिल ब्रह्मांड नायक ज्योत सत्यपुरुष सदगुरु कबीर साहिब जी के पूर्ण अवतार बंदीछोड़ गरीबदास साहिब जी का अवतार परम् धाम श्री छुड़ानी धाम में हुआ और यही से हमारी गरीबदासीय संप्रदाय की शुरुआत हुई।